देश दुनिया के संत-महात्मा व महापुरुष एवं संत सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के अनमोल विचारों को जन-जन में पहुंचाने के उद्देश्य से दो दिवसीय विश्वस्तरीय संतमत सत्संग-सह-विराट ज्ञान यज्ञ को लेकर ध्वजारोहण के मौके पर महर्षि मेंही सत्संग मंदिर ठाकुरबाड़ी रोड से शोभा यात्रा निकलकर शहर के विभिन्न मार्गों व चौक-चौराहे होते हुए चकला निर्मली स्थित यज्ञ स्थल पर पहुंचकर संतमत के विधि विधानपूर्वक ध्वजारोहण कार्यक्रम भव्य तरीके से संपन्न हुआ। यज्ञ स्थल पर सर्वसम्मति से आयोजन समिति के अध्यक्ष सह शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डा. राजाराम गुप्ता, महामंत्री डा. अमन कुमार, संयोजक नारायण पौद्दार, कोषाध्यक्ष वासुदेव चौधरी, उप कोषाध्यक्ष हरिशंकर चौधरी तथा सचिव राजीव कुमार को मनोनीत किया गया। वहीं स्वागताध्यक्ष डा. विजय शंकर चौधरी, उप स्वागताध्यक्ष मुख्य पार्षद राघवेंद्र झा राघव व भगवानदत्त चौधरी को जिम्मेदारी दी गई है। कार्यक्रम की जानकारी साझा करते हुए अखिल भारतीय संतमत सत्संग महासभा के सदस्य सह आयोजन समिति महामंत्री डा. अमन कुमार ने कहा कि 10 एवं 11 मार्च 2024 को सुपौल नगर परिषद स्थित चकला निर्मली में आयोजित विराट ज्ञान यज्ञ में महर्षि मेंही ब्रह्म विद्यापीठ, हरिद्वार उत्तराखंड के अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संत परम पूज्य स्वामी व्यासानंद जी महाराज बतौर मुख्य प्रवचन कर्ता के रूप में शामिल होंगे। इतना ही नहीं कोसी प्रमंडल के सभी संतमत आश्रम से साधु-महात्मा विराट ज्ञान यज्ञ में शामिल होंगे। विराट ज्ञान यज्ञ की सफलता को लेकर जोर-शोर से तैयारी चल रही है। यज्ञ स्थल पर आयोजित सत्संग में प्रवचन करते हुए पूज्य कमलेश्वरी बाबा ने कहा कि सदा प्रसन्न रहना ही दुश्मन के लिए सबसे बड़ी सजा है। अध्यात्म, सत्य, प्रेम, कर्म, विश्वास, ज्ञान और दर्पण जीवन के सच्चे मंत्र है। जीवन में अधिक रिश्ते का होना महत्वपूर्ण नहीं है। बल्कि रिश्तों में अधिक जीवन का होना ज्यादा महत्वपूर्ण है। पूज्य शिवानंद बाबा, रामदेव बाबा, क्षेमानन्द बाबा, किशोरानंद बाबा, माणिक बाबा व आजाद बाबा ने अध्यात्म व सत्संग पर जोर देते हुए कहा कि किसी को कष्ट पहुंचाकर क्षमा मांग लेना बहुत आसान है। लेकिन खुद चोट खाकर किसी को माफ़ कर पाना बहुत कठिन है। गंभीरता और मौन दो ऐसे मंत्र है। जिनके द्वारा हर समस्या का निराकरण किया जा सकता है। ध्वजारोहण कार्यक्रम में सैकड़ों धर्मप्रेमी ने बढ़-चढ़ कर भाग लिए। मौके पर विशाल भंडारा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सत्संग मंदिर अध्यक्ष दिलीप साह, मंत्री वासुदेव चौधरी, सत्यनारायण शर्मा, राजो यादव, तारकेश्वर प्रसाद सिंह, दुर्गा प्रसाद चौधरी, संदीप कुमार, ई. अशोक चौधरी, डा. सत्यप्रकाश मल्लिक, श्यामसुंदर ठाकुर, विपिन कुमार, सुनील भारती, हरिशंकर चौधरी, बैद्यनाथ चौधरी, रामचंद्र मंडल, देवनारायण यादव, दामोदर प्रसाद गुप्ता, रामगोपाल चौधरी, लाल बहादुर साह, डा. अर्जुन यादव, शंकर मंडल, अवधेश कुमार, स्वीटी कुमारी, छाया कुमारी, दिनेश मंडल, सत्यनारायण चौधरी, योगेन्द्र चौधरी, मनोज गुप्ता, संतोष जयसवाल, सर्वेश कुमार, मदन कुमार मंडल, गुरु प्रसाद गुप्ता आदि ने बढ़-चढ़ कर भाग लिए।