करजाईन बाज़ार से बायसी कालीस्थान तथा गोसपुर चौक से सितुहर तक जानेवाली सड़क राहगीरों व वाहन चालकों के लिए कोढ़ में खाज बन गई है। कई गांवों को जोड़नेवाली इस सड़क से प्रतिदिन सैकड़ों लोग सफर करते हैं। दिनभर वाहनों की आवाजाही लगी रहती है। फिर भी इस सड़क को किस खता की सजा मिल रही है यह शायद किसी को मालूम नहीं हो रहा है। कुछ वर्ष पूर्व जीर्णोद्धार के नामपर खानापूर्ति के बाद सड़क में जगह-जगह बने गड्ढे व उबड़-खाबड़ सड़क इसकी जर्जरता को खुद बयां करती है। दोपहिया व छोटे वाहन चालकों को तो भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके चलते इस मार्ग में अक्सर हादसे भी होते रहते हैं।   जगह-जगह टूटी सड़क से होकर निकला राहगीरों को मुश्किल हो जाता है। अब तो हालत यह है कि भाड़े के वाहन इस मार्ग से जाने को कतराते हैं। अभिभावक अपने बच्चे को इस सड़क से होकर स्कूल भेजने में भी डरते हैं। खासकर करजाईन पंचायत भवन के समीप, स्कूल के नजदीक, मुस्लिम टोला के पास तो सड़क की हालत जर्जर बन गई है। पता नहीं कब हादसा हो जाए। इसका डर सालता रहता है। परमानंदपुर मुखिया बीबी खातून, करजाईन मुखिया ललिता देवी, उपमुखिया अमरनाथ साह, पूर्व मुखिया प्रवीण कुमार मिश्र, गोपाल शारदा, प्रो. दिलीफ कुमार मिश्र, ललन गुरुमैता, तारानंद यादव, अब्दुल मोतलीव उर्फ बेचन, अशोक झा, मु. अखलाक सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व ग्रामीणों ने अविलम्ब इस ओर पहल करने की मांग की है। ताकि राहगीरों को मुसीबत नहीं झेलने पड़े।