निर्मली(सुपौल) : नगर में अवैध तरीके से चल रहे नर्सिंग होम, क्लीनिक,जांच घर पैथोलैब सेंटर आदि पर बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम छापेमारी करने पहुंचा ।छापेमारी टीम में अनुमंडलीय अस्पताल निर्मली के उपाधीक्षक डॉक्टर शैलेंद्र प्रसाद यादव सहित कई चिकित्सक व अन्य शामिल थे।लेकिन हैरान कर देने वाली बात यह है कि छापेमारी दल के पहुंचने से पहले ही नगर में संचालित सभी फर्जी अस्पताल और जांच घर बंद पाए गए ।लिहाजा स्थानीय लोगों में तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं, स्थानीय लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग के मिली भगत से फर्जी अस्पताल व जांच घर संचालक अपना अस्पताल और जांच घर बंद कर भाग गया है। हालांकि लोगों का सवाल लाजमी है चुकी कहीं ना कहीं सवाल यह जरूर उठता है कि आखिर जांच टीम के पहुंचने से पहले ही नगर के सभी फर्जी अस्पताल और जांच घर बंद कैसे हो गए,कहीं ना कहीं या जांच का विषय बनता है। इधर छापेमारी टीम में शामिल अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक ने बताया कि हाई कोर्ट के आदेश पर नगर में संचालित नर्सिंग होम,क्लिनिक अन्य का जांच करने हेतु छापेमारी किया गया लेकिन जांच टीम पहुंचने से पहले ही फर्जी तरीके से चल रहे नर्सिंग होम, क्लीनिक आदि के संचालक फरार हो गए। उन्होंने कहा कि मैं खुद इस बात को लेकर हैरान हूं कि छापेमारी अभियान अचानक शुरू किया फिर कैसे सभी फरार हो गया।उपाधीक्षक ने कहा कि नगर में कूल 36 नर्सिंग होम, क्लिनिक सहित जांच घर व अन्य संचालित है।जिसमे से मात्र 07 का निबंधन है,और बांकी से सभी अवैध है।वही कहा कि नगर में अवैध तरीके से संचालित सभी क्लीनिक,और जांच घरों को बंद करने हेतु नोटिस भेजा जा रहा है। नोटिस का अवहेलना करने वालों के खिलाफ अग्रतर की कारवाई की जाएगी।