आगामी नौ मार्च को जिला न्यायालय परिसर में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारी और उसकी सफलता को लेकर जिला न्यायाधीश अनंत सिंह की अध्यक्षता में एक समीक्षात्मक बैठक की गई। जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार सुपौल के वेश्म में सम्पन्न हुई इस बैठक में अब तक की गई तैयारियों की समीक्षा की गई। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव तरुण कुमार झा ने जानकारी देते हुए कहा कि इस वर्ष के प्रथम राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न न्यायालयों में लंबित पांच सौ शमनीय वादों के निष्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इसके अतिरिक्त बैंक ऋण, टेलीफोन, श्रम अधिनियम, पारिवारिक मामलों, विद्युत, न्यूनतम मजदूरी जैसे प्री लिटिगेशन के दो हजार मामलों के निष्पादन का लक्ष्य रखा गया है। बैठक के दौरान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनंत सिंह ने न्यायिक पदाधिकारियों से लोक अदालत के दौरान अधिक से अधिक मामलों के निष्पादन कराने में अपना सर्वोत्तम प्रयास करने का आग्रह किया। उन्होंने जिला प्रशासन के सहयोग से इस लोक अदालत के व्यापक प्रचार प्रसार कराने का निर्देश दिलसा के सचिव तरूण कुमार झा को दिया। बैठक में परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश वैष्णो शंकर मेहरोत्रा, एडीजे प्रथम निशि कान्त ठाकुर, एडीजे तृतीय रणविजय कुमार पांडेय , एडीजे द्वितीय सुनील कुमार, एडीजे षष्टम सह विशेष न्यायाधीश पोक्सो न्यायालय ब्रिज किशोर सिंह, अनन्य विशेष उत्पाद न्यायालय संख्या-1 के विशेष न्यायाधीश संदीप अग्निहोत्री, अनन्य विशेष उत्पाद न्यायालय संख्या -2 के विशेष न्यायाधीश अमित कुमार, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी गौतम यादव, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम संतोष कुमार दूबे , अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी पंचम श्वेता ग्रेवाल, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी गुरूदत शिरोमणि, किशोर न्याय परिषद के प्रधान मजिस्ट्रेट अरविंद मिश्रा, मुंसिफ आयुषी चौधरी, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी निशित देव, मिथिलेश कुमार, आदित्य प्रकाश, सुधीर कुमार मौजूद रहे। जिला विधिक सेवा प्राधिकार सुपौल के बड़ा बाबू पंकज झा ने बैठक के आयोजन में अपनी महत्ती भूमिका निभाई।