भारतीय विश्वकर्मा महासंघ के बैनर तले रविवार को जिला मुख्यालय स्थित कला भवन में संयुक्त विश्वकर्मा वंशियों की एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकुल आनंद विश्वकर्मा शामिल हुए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आजादी के इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी विश्वकर्मा समाज की दशा व दिशा में परिवर्तन नहीं दिख रहा है। विश्वकर्मा समाज का वोट सबने लिया, लेकिन चिंतन किसी ने नहीं किया। कहा कि पूरे देश के निर्माण में विश्वकर्मा समाज का महत्वपूर्ण योगदान है, लेकिन उसी समाज की स्थिति दिन-प्रतिदिन खराब होते जा रही है। विश्वकर्मा समाज के व्यवसाय कॉरपोरेट घरानों के पास चले गए हैं।