सरकार द्वारा स्वास्थ्य से संबंधित संचालित योजनाओं को धरातल पर उतरने में लगे वैक्सीन कोरियर और आशा कार्यकर्ता अब अपनी मांगों को लेकर सड़क से सदन तक की लड़ाई शुरू करने जा रहे हैं। यह फैसला रविवार 28 जनवरी को विश्वनाथ इंटर महाविद्यालय भपटियाही के प्रांगण में वैक्सीन कोरियरों और आशा कार्यकर्ता संगठन के पदाधिकारी के जिला स्तरीय बैठक में लिया गया। संगठन के राज्य सचिव जिला सचिव तथा अन्य अधिकारियों के उपस्थिति में हुई बैठक में फैसला लिया गया कि सरकार आशा कार्यकर्ताओं को दो हजार रुपए मासिक देने का घोषणा तो की लेकिन उसको अभी तक कैबिनेट से मंजूरी नहीं मिली है। उसके अलावे सरकार को वैक्सीन कोरियर और आशा कार्यकर्ता को स्वास्थ्य कर्मी का दर्जा देना था जिस बारे में कोई पहल नहीं हो रही है। अब उसे लड़ाई को आगे बढ़ते हुए सदन तक ले जाया जाएगा।