किशनपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षा संवाद कार्यक्रम का आयोजन प्रधानाध्यापक डॉ राजीव कुमार की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अनुमंडल पदाधिकारी, बीईओ, बीपीआरओ मौजूद थे। जहां आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रधानाध्यापक डॉ राजीव कुमार ने विद्यालय की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि यहां के सभी बच्चों को नियमानुकूल सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। विद्यालय में उत्कृष्ट शैक्षणिक माहौल के कारण ही यहां के बच्चें विभिन्न प्रतियोगिताओं में राज्य और देश स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। गत वर्ष सर्वश्रेष्ठ प्रधानाध्यापक पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ विज्ञान प्रयोगशाला पुरस्कार, उत्कृष्ट शिक्षक, सर्वश्रेष्ठ छात्र पुरस्कार आदि से जिलाधिकारी ने सम्मानित किया। शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ता बिहार को प्रदर्शित करने वाला शिक्षा संवाद कार्यक्रम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में शिक्षा व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए की गई अच्छी पहल है। बिहार सरकार ने पढ़ेगा बिहार तो बढ़ेगा बिहार को ध्यान में रखते हुए शिक्षा के सभी आयामों पर ध्यान दिया है। सुपौल जिला अंतर्गत वर्ष 2006-07 से 2017-19 तक कुल 8128 प्रारंभिक शिक्षकों का नियोजन हुआ तथा वर्ष 2022 में 843 प्रारंभिक शिक्षक नियुक्त हुए। टीआरई 1.0 में पूरे बिहार में 1लाख 23 हजार 108 शिक्षक बीपीएससी के द्वारा बहाल हुए तथा टीआरई 2.0 में 94 हजार 52 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया गया। इसमें सुपौल जिला में टीआरई 1.0 से 2090 तथा टीआरई 2.0 से 1331 शिक्षकों को नियुक्ति किया गया है। वर्तमान समय में छात्र शिक्षक अनुपात 35:1 हो गया है। आज सरकार बिहार के बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए बजट का 18% भाग शिक्षा पर खर्च करती है।सुपौल जिला अंतर्गत सभी 174 पंचायतों में स्कूल स्थापित किए गए हैं । शैक्षणिक प्रोत्साहन के लिए सरकार ने पहल करते हुए मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना,मुख्यमंत्री बालक साइकिल योजना ,मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना,मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, उन्नयन बिहार, मुख्यमंत्री पोशाक योजना, बिहार शताब्दी मुख्यमंत्री पोशाक योजना, मिशन दक्ष,टोला सेवक, तालिमी मरकज, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना,कुशल युवा कार्यक्रम, मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना, प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप, मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन मेधावृति योजना, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना आदि चलाई जा रही है। इन कार्यक्रमों के लाभों की विस्तृत जानकारी सभी बच्चों, अभिभावकों को दी गई। उच्च स्तरीय शैक्षणिक संस्थान जैसे मेडिकल कॉलेज पिपरा, पैरामेडिकल कॉलेज सुपौल, जीएनएम कॉलेज सुखपुर आदि की भी स्थापना की गई है। इस अवसर पर विद्यालय के छात्र , छात्रा, अभिभावक और शिक्षक उपस्थित थे।