जिला मुख्यालय स्थित भेलाही में सोमवार को नवनिर्मित कृष्ण मंदिर में प्रतिमा स्थापना व प्राण प्रतिष्ठा को लेकर करीब 501 कन्याओं द्वारा भव्य कलश शोभा यात्रा निकाली गयी। कलश यात्रा मंदिर परिसर से प्रारंभ होकर पूरे गांव का भ्रमण किया। पंडित बिशो झा के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मंदिर परिसर में स्थित कुंआ से कलश में जल भरवाया गया। जिसके बाद नगर भ्रमण कर पुन: मंदिर परिसर में कलश स्थापित किया गया। कलश शोभायात्रा में गाजे-बाजे के साथ शामिल कन्याओं ने कोशी कॉलोनी, ठाकुरबाड़ी, सुपौल-सहरसा रोड होते हुए विभिन्न सड़क सहित अन्य जगहों का भ्रमण कर पुन: मंदिर परिसर पहुंचा। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष बालमुकुंद यादव, सचिव राजेंद्र कामत व कोषाध्यक्ष बबलू कामत ने संयुक्त रूप से बताया कि मंदिर में कलश स्थापना के बाद दो दिनों तक भजन-कीर्तन व अन्य प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। जिसके बाद 18 जनवरी को विद्वान पंडितों द्वारा प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा किया जायेगा। इधर कलश यात्रा में शामिल युवाओं की भीड़ पूरे उत्साह के साथ जयकारा लगाते चल रहे थे। इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। मूर्तिदाता अनंत कुमार झा व सुदर्शन झा हैं। जिनके द्वारा पूजा-अर्चना की रश्म अदा की जा रही है। कार्यक्रम स्थल पर मौजूद पंडितों ने कलश यात्रा का महत्व बताते हुए कहा कि कलश का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। कहा कि कलश में सारे देवता विराजमान होते हैं और कलश को महिलाओं के सिर पर रखकर भ्रमण करने से धरा सिद्ध होती है। जो कलश को धारण करता है, उसकी आत्मा भी पवित्र हो जाती है, इसीलिए कलश यात्रा निकाली जाती है। कार्यक्रम को सफल बनाने में योगेंद्र यादव, प्रमोद झा, शिवशंकर कामत, मनटुन कामत, महेश्वर कामत सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण जुटे हुए हैं।