सहरसा में जीविका का नया स्वरूप देखा जा रहा है बताते चलें कि यहां जीविका का के डीपीएम अमितकुमार ने बताया है की जीविका के लिए गांव और कस्बे में ग्रुप अपना काम कर रही है जिससे लोगों को आजीविका के लिए काम किया जा रहे हैं ताकि उसे दिन होकर अपने परिवार के सदस्यों को सुधार कर सके और आर्थिक लाभ के साथ-साथ अपना मनोबल को बढ़ा सके