हम बिहार से बोल रहे हैं गाँव का नाम टहकौल पडेगा किन्टू राउत हमारा नाम पडेगा हम एक एक अनखला विकास है हमारे कोई सुविधा हमारे नहीं मिलता है हमारे राशन कार्ड भी नहीं है । हमें सरकार से कोई मदद नहीं मिलती है । हमें कोई मदद नहीं मिल रही है । ठीक है , तो हम इस संख्या पर अपनी कहानी बता रहे हैं । हम बहुत मजबूत हैं । ठीक है , हमें आपसे कुछ मदद चाहिए । हम चाहते हैं कि हमारे तीन बच्चे कमाएँ , हमारी पत्नियाँ हैं , हम कमाते हैं , हमारे खाते हैं , हम कमाते नहीं हैं , हम खाते नहीं हैं , हम सोते हैं , हमारे घर में हमें देखने वाला कोई नहीं है ।