मेरा नाम रंगलार शर्मा है चंपारण थरुहट से बोल रहे हैं , चाय बड़ा पौरीमान है , तो मेरी समस्या यह है कि अगर मुझे राशन कार्ड मिल जाता है , तो मुझे उसमें कटौती मिल जाती है । राशन इसलिए मिल रहा है क्योंकि जिन पैंतीस शतकवीरों के पास कार्ड है , उन्हें पैंतीस किलो मिलना चाहिए , तीस किलो नहीं , जो पाँच व्यक्ति हैं , उन्हें पँचिश किलो मिलना चाहिए , पँचिश किलो को पँचिश किलो मिल रहा है ।