उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि वर्षा जल को इकट्ठा करने की प्रक्रिया को वर्षा जल संचयन कहा जाता है। वर्षा जल संचयन सतह और उप-सतह जल मौसमों में या ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि उत्पादन और किसानों की आय बढ़ाने के लिए किया जाता है।