उत्तर प्रदेश राज्य के गोड्डा जिला से माधुरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि भारत में महिलाओं के खिलाफ हिंसा एक बहुत पुराना सामाजिक मुद्दा है जो अब सामाजिक मानदंडों और आर्थिक निर्भरता के रूप में जड़ पकड़ चुका है। महिलाओं के खिलाफ हिंसा यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ जैसी घटनाओं के रूप में सामने आ रही है। घरेलू हिंसा जैसे यौन शोषण, पत्नी को मारना, लड़कियों के साथ छेड़छाड़, पत्नी को कन्या भ्रूण हत्या के लिए मजबूर करना, विधवा को सती करने के लिए मजबूर करना आदि। ये घटनाएं समाज के एक बड़े हिस्से को प्रभावित कर रही हैं, ये घटनाएं सामाजिक हिंसा के दायरे में आती हैं, महिलाओं पर बहुत अत्याचार होते हैं, महिलाओं को समस्याओं से लड़ना पड़ता है।