उत्तर प्रदेश राज्य के मऊ जिला से रमेश कुमार यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि समाज में पुरुषों और महिलाओं के बीच भेदभाव करने की जो रूढ़िवादिता चली आ रही है, वह आज भी देखी जा सकती है। लोग सोचते थे कि बच्चे जीवन भर मेरे साथ रहेंगे, वे अच्छा खा रहे हैं, अच्छी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, लड़कियां कम खाएंगी, वे कम शिक्षित होंगी, उन्हें एक दिन घर जाना होगा। ऐसी सोच बहुत थी और आज के समय में भी यह सोच इस समाज में है, लेकिन महिलाएं पुरुषों के क्रम में कहीं नहीं हैं। महिलाएं हर क्षेत्र में आगे हैं, चाहे वह शिक्षा हो, नौकरी हो या अपने माता-पिता की देखभाल हो। बच्चों को उचित शिक्षा और उचित भोजन प्रदान करना अनिवार्य है क्योंकि प्राथमिक और प्राथमिक शिक्षा प्रदान करने वाली महिलाएं ही हैं।