उत्तरप्रदेश राज्य के सिद्धार्थनगर जिला से कृति सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं, वे हर क्षेत्र में समान भागीदार बन रही हैं, लेकिन कई कारण हैं कि उन्हें पुरुषों की तुलना में अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्हें घरेलू हिंसा, लैंगिक भेदभाव और उत्पीड़न की समस्याओं से गुजरना पड़ता है, इसलिए संविधान ने महिलाओं को कई अधिकार दिए हैं जो उन्हें पुरुषों के साथ समान शर्तों पर रहने की अनुमति देते हैं। महिलाओं को छह महीने का प्रसूति अवकाश मिलता है, इस दौरान महिलाएं पूरे वेतन की हकदार होती हैं। यह कानून हर सरकारी और गैर-सरकारी कंपनी पर लागू होता है। उच्चतम न्यायालय ने सभी महिलाओं को सुरक्षित गर्भपात का अधिकार दिया है।