कहानी: हाथी और बकरी की

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हैलो मैं डॉली श्रीवास्तव अंबेडकर नगर हूँ मोबाइल वाणी में आपका स्वागत है तो प्यारे बच्चों , आज मैं आपको एक कहानी बताने जा रहा हूँ । लालच का परिणाम एक भिखारी था । पूरा दिन शिव शिव का जाप करते रहे । एक दिन भगवान उनसे प्रसन्न हुए और उनके सामने प्रकट हुए । प्रभु ने उससे कहा , " बेटा , तू किस वरदान की माँग करना चाहता है ? " फिर भिखारी ने भगवान से सोने के मोती मांगे । भगवान ने कहा , ठीक है , मैं सोने के मोती दूंगा , लेकिन एक शर्त है कि जमीन पर गिरने वाले मोती मिट्टी बन जाएंगे । मैंने अपना पुराना थैला फैला दिया । भगवान ने अपने थैले में कुछ मोर रखे और बस में बैठे भिखारी से पूछा । और भगवान अपने थैले में मोती डालते रहे । भिखारी का पुराना थैला इतने सारे मुहरों का भार सहन नहीं कर सकता था । थैला टूट गया और शर्त के अनुसार सभी मुहरें जमीन पर गिर गईं । भीखाद्री को बहुत खेद हुआ , वह भगवान से कुछ कहना चाहता था , लेकिन तब तक वह अदृश्य हो चुका था । यह कहानी हमें यही सिखाती है ।

जैसा की आपको पता है की बच्चों के पेट में होने वाले कृमि संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेशभर में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अभियान चलाये जा रहे है जिससे बच्चे स्वस्थ्य और सुरक्षित रहे। हर साल 10 फरवरी को भारत राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाता है।इस दिन सभी आँगनबाड़ी केन्द्रो , सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर एवं सभी प्राथमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों में 1 से 14 वर्ष तक के बच्चों में कीड़ों के असर को खत्म करने की दवा खिलायी जाती है। देश भर में बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार और कृमि मुक्ति के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए उठाया गया यह एक सराहनीय कदम है। दोस्तों हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी कृमि रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक खास थीम बनाई गयी है.,इस साल यानी 2024 की थीम है “एसटीएच हटाएं: बच्चों के स्वस्थ भविष्य में निवेश करें”। यह थीम देश को कृमि मुक्त कैसे करें,यह समझने में मदद करने के लिए बनायीं गई है। कृमि रोग बच्चों में होने वाली गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो बच्चो के मानसिक और शारीरिक विकास को प्रभावित करता है। इसलिए आइये हम सब मिलकर एक संकल्प ले और इस अभियान का हिस्सा बन कर देश को कृमि मुक्त बनाये और बच्चों के भविष्य को सुंदर बनाये और सुरक्षित करें। मोबाइल वाणी परिवार की और से आप सभी श्रोताओं को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं

एक बार कर कॉलेज फ्रेंड एक साथ किसी पार्टी में घूमने गए.........

एक पिता अपनी बेटी को गार्डन में घूमने ले गया..........

एक किसान था जो बहुत ही दयालु था वह हमेशा अपने आसपास के लोगों की मदद करता था.......

एक बार पिता अपने 5 साल के छोटे बच्चों को लेकर मंदिर जाता है..........

कविता

शायरी: चॉकलेट डे पर