हैलो मैं डॉली श्रीवास्तव अंबेडकर नगर हूँ मोबाइल वाणी में आपका स्वागत है तो प्यारे बच्चों , आज मैं आपको एक कहानी बताने जा रहा हूँ । लालच का परिणाम एक भिखारी था । पूरा दिन शिव शिव का जाप करते रहे । एक दिन भगवान उनसे प्रसन्न हुए और उनके सामने प्रकट हुए । प्रभु ने उससे कहा , " बेटा , तू किस वरदान की माँग करना चाहता है ? " फिर भिखारी ने भगवान से सोने के मोती मांगे । भगवान ने कहा , ठीक है , मैं सोने के मोती दूंगा , लेकिन एक शर्त है कि जमीन पर गिरने वाले मोती मिट्टी बन जाएंगे । मैंने अपना पुराना थैला फैला दिया । भगवान ने अपने थैले में कुछ मोर रखे और बस में बैठे भिखारी से पूछा । और भगवान अपने थैले में मोती डालते रहे । भिखारी का पुराना थैला इतने सारे मुहरों का भार सहन नहीं कर सकता था । थैला टूट गया और शर्त के अनुसार सभी मुहरें जमीन पर गिर गईं । भीखाद्री को बहुत खेद हुआ , वह भगवान से कुछ कहना चाहता था , लेकिन तब तक वह अदृश्य हो चुका था । यह कहानी हमें यही सिखाती है ।