अयोध्या से जनकपुरी तक बनने वाले रामजानकी पथ का निर्माण कार्य के लिए भूमि अधिग्रहण के लिए किसानों को नोटिश मिलना शुरू हो गया है। मैरवा के मुड़ियारी पंचायत के आधा दर्जन गांवों के किसानों की भूमि को उचित मुवावजा नही मिलने पर किसानों में काफी आक्रोश है। दर्जनो की संख्या में किसान मैरवा सीवान मुख्य मार्ग के गोपालचक गांव के समीप सरकार के द्वारा जमीन को औने पौने दाम में हड़पने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया है। किसान जनार्दन सिंह, अरविंद सिंह, हमीद अंसारी ने आरोप लगाया की कमर्शियल जमीन की कीमत 25 से 30 लाख रुपये प्रति कठ्ठा है। जो जिला भू अर्जन पदाधिकारी के द्वारा मिले नोटिश में लगभग दो लाख प्रति कठ्ठा का रेट तय किया गया है। सरकार हमारी जमीन को औने पौने दाम में हड़पना चाह रही है। इसको हमलोग बर्दाश्त नही करेंगे। सरकार हमारी जमीन को वर्तमान में जो निबंधन कार्यालय में रजिस्ट्री हो रहा है। उसके हिसाब से जमीन का रेट तय कर मुवावजा दें। वरना इसके खिलाफ किसान सड़क पर उतरकर बड़ा आंदोलन करने का अल्टीमेटम दिया है। माले नेता उपेंद्र साह ने कहा कि सरकार तीन गुने रेट से जमीन का मुवावजा देने का ऐलान किया था। लेकिन नोटिश में जमीन का रेट कम तय करना किसानों के साथ छल करने का काम किया गया है। गरीब, किसान, मजदूर का उपजाऊ जमीन को सरकार हड़पने पर लगी है। अगर किसानो की मांग के अनुरूप मुवावजा नही मिलेगा तो किसान प्रखंड से लेकर जिला मुख्यालय तक आंदोलन करेंगे। इसके साथ ही किसान हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। हंगामा करने वाले किसानों में रमन सिंह, अरविंद सिंह, प्रभुनाथ यादव, जनार्दन सिंह, गिरिजा देवी, मृत्युंजय राजभर, लालबाबू सिंह, खुशबू नेशा, आइशुन खातून, हमीद अंसारी, हरेंद्र सिंह, रंगलाल पडित, रमाशंकर चौहान, रामाजी चौहान, काशीनाथ सिंह, युवराज साह, संजय कुमार साह, लालबहादुर साह, श्यामबहादुर साह, बिरबहादुर साह शामिल थे।