जन्म से आठ साल की उम्र तक का समय बच्चों के विकास के लिए बहुत खास है। माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है। आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में बचपन मनाओ सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए दबाएं नंबर 3.

सुनिए एक प्यारी सी कहानी। ये कहानी आपके लिए लेकर आएं है प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन, जिसे सुना रहे है नन्हें-मुन्ने युग शाह। ये कहानी बच्चों को भी सुनाएं और देखिए कि उनकी कौनसी भावनाएं नज़र आती है। फ़ोन में नंबर 3 दबाकर अपने नन्हे-मुन्नों से जुड़ी कहानियां ज़रूर रिकॉर्ड करें, और मनाते रहें बचपन का ये त्यौहार...

चलिए सुनते हैं बड़ों के गुस्से का बच्चों पर असर। क्या आप जानते है कि गुस्से से नहीं बल्कि शांत रहकर ही हम बच्चे का व्यवहार सही रख सकते है। धैर्य से काम लेंगे तो हमारे साथ बच्चों का रिश्ता मीठा होता चला जाएगा। कार्यक्रम सुनिए और अपने नन्हे-मुन्नों के अनुभवों को रिकॉर्ड कीजिये, फ़ोन में नंबर 3 दबाकर।