बचपन मनाओ बढ़ते जाओ अभियान में बाल दिवस पर चल रहा है एक ख़ास कार्यक्रम | 14 नवम्बर है बाल दिवस और इस मौके पर बचपन नहीं मनाया तो क्या ही बाल दिवस मनाया | क्यों ना इस बाल दिवस बच्चों को किताबी पढाई से रूबरू किया जाए हिंदी के स्वरों यानी क ख ग से शुरुआत करते है | कुटुकी जोकि खेल खेल में बच्चों के सीखने को आसान बनाने वाली संस्था है, उनकी बनाई एक खूबसूरत कविता सुनते है |