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सुमेरपुर हमीरपुर। धरातल पर काम न होने के बाद भी सरकारी धन को निकालकर जमकर बंदरबांट किया जाता है। और जिले की तमाम ग्राम पंचायतो में जमकर भ्रष्टाचार की शिकायते जिला प्रशासन से की जाती है और विकास कार्यों के नाम पर फर्जी तरीके से सरकारी धन का गबन करने के मामले आते रहते हैं। ऐसा ही सुमेरपुर विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत बड़ागांव में RCC निर्माण कार्य न होने के बाद भी लाखो रुपयों का गबन करने की शिकायत लक्ष्य बुंदेलखंड जन सेवा समिति के जिला अध्यक्ष रविंद्र कुमार भारतवंशी ने जिला अधिकारी राहुल पाण्डेय को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि आरटीआई के माध्यम से खुलासा हुआ है कि धरातल पर आरसीसी निर्माण का कोई भी कार्य नहीं कराया गया है फिर भी सड़कों के भुगतान की राशि निकाल ली गई है। बताया कि खरंजा निर्माण गांव के ही दयाराम के घर से कृपाराम के घर तक आरसीसी निर्माण कार्य कराया गया है जिसमें एक ही सड़क को क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायत ने आरसीसी सड़क निर्माण का भुगतान कर लिया है। सीसी रोड निर्माण कार्य में राजन के घर से रघुवीर पाल के घर तक 10 साल पूर्व आरसीसी का निर्माण कराया गया था जोकि पुरानी आरसीसी को नई आरसीसी का निर्माण दिखाकर भुगतान कराए जाने का आरोप लगाया है। आगे उन्होंने बताया कि 10 साल पूर्व डाला गया खड़ंजा को वर्तमान सीसी निर्माण दिखाकर सरकारी धन को ठिकाने लगाया है जिसके चलते क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष जयनारायण यादव द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यों की जांच की मांग करते हुए ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार कर सरकारी धनराशि का गबन किए जाने की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

हमीरपुर जनपद के गोहांड विकासखंड क्षेत्र का वो जराखर गांव जहा विकास के नाम पर प्रधान कमलेश राजपूत को कई बार शासन प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। लेकिन विकास के नाम पर हवा हवाई ने आज गांव में प्रधान द्वारा कराए गए विकास कार्यों की पोल खोल दी है। जहां जराखर गांव में विकास के नाम पर सरकारी धन को किस तरह से लूटा जा रहा है। तस्वीरों में साफ साफ देखा जा सकता है। कि विकास कार्यों में जो अनियमितताएं सामने आई है। उसमे जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। ऐसा ही जराखर गांव में बना अमृत सरोवर तालाब की सुंदरता देखते ही बनती हैं। और तालाब की सुन्दरता की वजह से प्रधान कमलेश राजपूत को जिला प्रशासन और मंडलायुक्त सम्मानित भी कर चुके हैं। लेकिन आज अमृत सरोवर तालाब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है, जो रो रोकर टूटकर आंसू बहा रहा है कि इतने कम समय में मुझे मिट्टी में मिलाकर जनता के विश्वास को तोड़ा है, जिसमे मानक के अनुरूप कार्य न कराकर घटिया सामग्री लगाने से तालाब की दीवारो में भारी भारी दरारें आने से दीवार कभी भी धाराशाही हो सकती हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि इसमें प्रधान और सचिव ने मिलकर जमकर धांधली की है। और सरकारी धन का बंदरबांट किया है। जिसमे मानक के अनुसार कार्य नही कराया है। जबकि घटिया सामग्री का उपयोग करने से अमृत सरोवर तालाब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। और ज़िम्मेदार अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। निश्चित रूप से वाह वाही लूटने वाले प्रधान के विकास कार्यों की आज पोल खुल गई है। इससे साफ तौर पर कहा जा सकता है कि और भी बहुत से गांव में विकास कार्य कराए गए हैं जिसमे जमकर भ्रष्टाचार किया गया होगा जो जांच का विषय है। फिलहाल जो भ्रष्टाचार की तस्वीरें है खुद इसका सबूत है कि प्रधान और सचिव ने जराखर गांव में अमृत सरोवर तालाब निर्माण कार्य में सरकारी धन को किस तरह से लूटा है तस्वीरों में साफ साफ देखा जा सकता है। अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन मामले में क्या कार्यवाही करता हैं। फिलहाल ग्रामीणों ने मामले की जांच कर कार्यवाही की मांग की है।

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