कार्यशाला का आयोजन कर योग एवं आहार चिकित्सा का प्रशिक्षण फोटो- हमीरपुर।पोषण माह के उपलक्ष्य में योग प्रशिक्षक ने स्टेडियम में दैनिक योग अभ्यासियों को न्यूट्रिशन से नेशन निर्माण में हेल्थ जोन कार्यशाला का आयोजन कर योग एवं आहार चिकित्सा का प्रशिक्षण दिया। भारत में शहरी और ग्रामीण स्तर पर बढ़ सिजिरियन डिलीवरी ( आप्रेशन से बच्चे का जन्म) को योगा के द्वारा 80% तक कम किया जा सकता है, साथ ही गर्भवती अवस्था के प्री पोस्ट अर्थात् पूर्व एवं बाद में होने वाली स्वास्थ्य समस्या जैसे मोटापा, थायरॉयड,पैरो में सूजन,ब्लड प्रेशर,अनिद्रा, डायबिटीज, आदि बहुत सारे शारीरिक एवं मानसिक विकृतियों को निराकरण योग के माध्यम से किया जा सकता है।जिला चिकित्सालय आयुष विंग, योग वेलनेस सेंटर के योग प्रशिक्षक डा . बृजेश कश्यप ने स्वास्थ जागरूकता अभियान के तहत मंगलवार को राजकीय क्रीड़ा स्टेडियम में दैनिक योग अभ्यासियों को न्यूट्रिशन से नेशन निर्माण में हेल्थ जोन मुकेश और रघुराज टीम की उपस्थिति में सभी के बॉडी मॉस इंडेक्स बताए।इस दौरान लगभग 50 लोगो का वजन और हाइट मापन किया गया।योगा एंव आयुष की महत्ता के विषय में जानकारी दी। जिसमें लोगो को जनसामान्य जीवन में स्वास्थवर्धक एवे उपयोग में आने वाले योग, लाइफस्टाइल एवं आहार के बारे में प्रेक्टिकल के साथ प्रर्दशन कर जानकारी दी।कार्यक्रम में राकेश कुमार साहू,संतोष सचान, हृदेश मिश्रा, नीरज कश्यप आदि लोग उपस्थित रहे। --------------------- वजन एवं आहार अपने आहार में उन्ही चीज़ों को शामिल करे जो प्राकृतिक हो और सुपाच्य हो।आहार में क्षारीय चीज़ों का समावेश ज्यादा होना चाइए, पैसा वाला मॉल बढ़ाए पैसा कमाए लेकिन पेट वाला मॉल कम कमाए नही तो आप मोटापे के शिकार कब बन जायेंगे पता नही चलेगा और धीरे धीरे शरीर में रोग अपना घर बनाने लगेंगे। ----------------------- योग के प्रकार मर्जारी आसन,ताड़ासन,त्रिकोण आसन,चक्रासन, भद्रासन,तितली आसन,सीतली सीत्कारी प्राणायाम,दुई पाद विस्तार आसन,चक्की चालान आसन,कपालभाति क्रिया,सिंह गर्जन,सहज प्राणायाम ,नदीशोधन प्राण्याम,क्लैपिंग थेरेपी व लाफिंग थेरेपी ----------------------- स्वास्थ्य एवं लाइफस्टाइल डॉ. कश्यप ने बताया कि ज्यादा देर तक एक ही अवस्था में बैठने से शरीर में अतिरिक्त वसा जमा होने लगता है ऐसे में शरीर को सुबह योग के द्वारा बढ़ रहे वजन को संतुलित कर रोग से निरोग बना जा सकता है। ऊषापान नियमित करना,सुबह नियमित घूमने निकले,ज्यादा आलस्य नहीं करना,नियमित योग अभ्यास करना,संतुलित आहार का प्रयोग,बीच बीच में वजन जाचना चाहिए।