प्रचार प्रसार का अभाव रहने से मुख्यमंत्री आरोग्य मेला ग्रामीण क्षेत्रों मे बेअसर साबित हुआ। डाक्टरों का टोटा होने पर फार्मेसिस्ट, वार्ड ब्वाय, एएनएम, आशा बहुओं ने जिम्मेदारी संभालकर इसको सम्पन्न कराया।