ब्रिटिशकाल से चल रही परंपरा अतर्रा रेलवे स्टेशन पर अनवरत जारी रखी गई। प्रयागराज-झांसी पैंसेजर को रोककर इंजन को फूलों से सजाया गया। ड्राइवर और गार्ड को फूलों का गुलदस्ता देकर उनका स्वागत कर मुंह मीठा कराया गया, जिसके बाद ट्रेन गंतव्य के लिए रवाना हुई।