कभी कभी सफर में छोटे बच्चों के साथ चलने वाले अभिभावक को लापरवाही इतनी महंगी पड़ती है कि उसका एक उदाहरण ईसलामपुर से दिल्ली जा रही मगध एक्सप्रेस में देखने को मिला। एक मां की लापरवाही इतनी थी कि ट्रेन में सवार होने के बाद वह अपने बच्चों को केयर नही कर पायी और दो वर्षीय मासूम बच्ची शिवानी चलती ट्रेन में भटककर या यों कहे कि खेलते हुए स्लीपर क्लास के दुसरी बोगी में पहुंच गयी।