आषाढी यात्रा के लिए वारकरी भक्तों का जत्था आंळदी के लिए बेरडी से रवाना ।======================= सौंसर विकास खंड के ग्राम रामाकोना एवं बेरडी से महाराष्ट्र के आंळदी के लिए भक्तों का जत्था रवाना हुआं । जो आंळदी से श्री तीर्थक्षेत्र पंढरपुर जाने वाली पालकी व पैदल वारी मे शामिल होगी । यात्रा की विशेषता पैदल वारी पंढरपुर यात्रा की विशेषता है। वारी का अर्थ है बरसों से लगातार यात्रा करना। इस यात्रा में शामिल होने वालों को वारकरी के नाम से जाना जाता है। जब से वारी का आरंभ हुआ, तब से पीढ़ी दर पीढ़ी वारकरी पैदल यात्रा करते हैं। इसी तरह की वारी पैठनतुल्य श्री तीर्थक्षेत्र रामाकोना व बेरडी से निकाली गयी । यात्रा का हुआ जोरदार स्वागत क्षेत्रिय विधायक विजय चौरे ने पालकी का पूजन कर वारी मे जाने वाले वारकरीयो का पुष्प मालाओं से स्वागत किया इस अवसर पर राधेश्याम रूंघे, मारोती महाराज काकडे नाना रुंघे , विठ्ठल गायकवाड़ सुधाकर गुर्वे देवराव रुंघे वामण गुर्वे आदी प्रमुख रूप से उपस्थित थे । यह सभी वारकरी दिंडी सह आंळदी से पंढरपुर के लिए निकलने वाली पालकी यात्रा मे शामिल होगी पैदल वारीकर देवशयनी एकादशी के दिन पंढरपुर पहुंचेगी। महाराष्ट्र में कई स्थानों से ऐसी सैकड़ों वारियां एकत्रित होकर एक बड़ा कारवा बनेगा। जो विठ्टल महराज का दर्शन कर वापस लौटेगी।