कोविड-19 महामारी के बाद भारतीयों में तनाव, गुस्सा, उदासी और चिंता जैसी नकारात्मक भावनाएं बढ़ी हैं और हाल के दौर में संघर्ष और पीड़ा बढ़े है। कंसल्टिंग फर्म हैप्पी प्लस की 'द स्टेट ऑफ हैप्पीनेस 2023' रिपोर्ट के अनुसार, देश में नकारात्मक या उदासी के अनुभव बढ़े हैं। इस वर्ष 35 प्रतिशत लोगों ने ऐसी भावनाएं महसूस की हैं जबकि 2022 में यह आंकड़ा 33 प्रतिशत था।नकारात्मक भावनाओं की सूची में अरुणाचल प्रदेश सबसे ऊपर है।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें