हैलो दोस्तों , मोबाइल वानी आज सुनने वाले सभी लोगों को पिकी का अभिवादन , मैं बच्चों के कमरे में उनकी कविताएं पढ़ने आया हूं , तो आइए उनके मुँह में उनकी पुस्तक कविता सुनें । ऊँची मेज़ पर बैठकर , मेरे दिमाग में जो था वह था यज्ञ के मुँह में कोई बीमारी , या सुन्नत मन के मुँह में पानी , आप कितनी बार जाकर कहेंगे , मुझे अपनी कविताएँ पढ़वाने के लिए धन्यवाद ?