चेहराकलां प्रखंड समेत आस पास के क्षेत्रों की महिलाएं जीवित्पुत्रिका व्रत निर्जला उपवास रहकर पुत्र की लम्बी आयु के साथ परिवार में सुख-शांति और समृद्धि के लिए जितिया व्रत की कथा सुनती है।