इस कदर घुमा की एक कर्मचारी को जेल भी जाना पड़ा।इन सबों के बाबजूद भी उक्त भवन यथावत स्थिति में पड़ी हुई है। शायद उक्त भूमि खाली रहती तो नये भवन का निर्माण आवश्य होता।