प्रखंड क्षेत्र के ब्रह्मस्थान मंसूरपुर हलैया के प्रांगण में श्री जन्माष्टमी एवं अष्टयाम यज्ञ को लेकर गाजे बाजे घोड़े के साथ भव्य 351 कन्याओं की निकाली गई कलशयात्रा। श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। आचार्य बब्लू पाठक के वैध्दिक मंत्रोच्चारण के साथ यज्ञस्थल से 351 कन्याओं की कलशयात्रा जलभरी के लिए रवाना हुई।जो डाकघर मंसूरपुर हलैया, पंचायत भवन मंसूरपुर हलैया, प्रखंड मुख्यालय चौक होते हुए ,सहारा इंडिया, चेहराकलां, झापस चौक चेहराराकलां होते हुए काली स्थान बकसामा पहुंची। जहां आचार्य बब्लू पाठक द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पहलेजा घाट से लाये गये गंगाजल से कलश में जलभरी की गई।जो गोविंदपुर उप नहर शाखा बकसामा होते हुए झापस चौक चेहराराकलां,सहारा इंडिया चेहराकलां, प्रखंड मुख्यालय चौक, पंचायत भवन मंसूरपुर हलैया, डाकघर मंसूरपुर हलैया होते हुए यज्ञ स्थल ब्रह्मस्थान मंसूरपुर हलैया पहुंची। जहां आचार्य बब्लू पाठक द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यज्ञस्थल में कलश पर रखी गई। कलश यात्री को को प्रसाद ग्रहण करने के उपरांत घर गयी। पूजा अर्चना के साथ ही अखंड जाप काली दुर्गे राधे श्याम गौड़ीशंकर सीताराम सीताराम। की 24 घंटे का महामंत्र शुरू हो गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि दस साल पूर्व में बटबृक्ष से के पानी का रिसाव शुरू हो गया था। पानी का रिसाव आठ दिनों तक निकलता रहता।उसी समय से हरेक साल अष्टयाम यज्ञ की परिपाटी शुरू हुई जो जारी है। यज्ञकर्ता में मुख्य रूप से अजीत कुमार, उनकी पत्नी रेणु देवी एवं इन्द्रजीत कुमार, उनकी पत्नी रानी देवी थे। इस मौके पर ललन कुमार यादव, मुखिया सह पैक्स अध्यक्ष शंभुशरण राय ,सोनू बाबा, विशाल कुमार, रघु यादव, रवि चन्द्र राय, जितेन्द्र कुमार यादव, रंजन, बिट्टू, सुमित, के अलावा समस्त पंचायतवासी शामिल थे। प्रखंड क्षेत्र के ब्रह्मस्थान मंसूरपुर हलैया के प्रांगण में श्री जन्माष्टमी एवं अष्टयाम यज्ञ को लेकर गाजे बाजे घोड़े के साथ भव्य 351 कन्याओं की निकाली गई कलशयात्रा। श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। आचार्य बब्लू पाठक के वैध्दिक मंत्रोच्चारण के साथ यज्ञस्थल से 351 कन्याओं की कलशयात्रा जलभरी के लिए रवाना हुई।जो डाकघर मंसूरपुर हलैया, पंचायत भवन मंसूरपुर हलैया, प्रखंड मुख्यालय चौक होते हुए ,सहारा इंडिया, चेहराकलां, झापस चौक चेहराराकलां होते हुए काली स्थान बकसामा पहुंची। जहां आचार्य बब्लू पाठक द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पहलेजा घाट से लाये गये गंगाजल से कलश में जलभरी की गई।जो गोविंदपुर उप नहर शाखा बकसामा होते हुए झापस चौक चेहराराकलां,सहारा इंडिया चेहराकलां, प्रखंड मुख्यालय चौक, पंचायत भवन मंसूरपुर हलैया, डाकघर मंसूरपुर हलैया होते हुए यज्ञ स्थल ब्रह्मस्थान मंसूरपुर हलैया पहुंची। जहां आचार्य बब्लू पाठक द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यज्ञस्थल में कलश पर रखी गई। कलश यात्री को को प्रसाद ग्रहण करने के उपरांत घर गयी। पूजा अर्चना के साथ ही अखंड जाप काली दुर्गे राधे श्याम गौड़ीशंकर सीताराम सीताराम। की 24 घंटे का महामंत्र शुरू हो गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि दस साल पूर्व में बटबृक्ष से के पानी का रिसाव शुरू हो गया था। पानी का रिसाव आठ दिनों तक निकलता रहता।उसी समय से हरेक साल अष्टयाम यज्ञ की परिपाटी शुरू हुई जो जारी है। यज्ञकर्ता में मुख्य रूप से अजीत कुमार, उनकी पत्नी रेणु देवी एवं इन्द्रजीत कुमार, उनकी पत्नी रानी देवी थे। इस मौके पर ललन कुमार यादव, मुखिया सह पैक्स अध्यक्ष शंभुशरण राय ,सोनू बाबा, विशाल कुमार, रघु यादव, रवि चन्द्र राय, जितेन्द्र कुमार यादव, रंजन, बिट्टू, सुमित, के अलावा समस्त पंचायतवासी शामिल थे।
