उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से आकांक्षा श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि हमारी सामाजिक प्रणाली में बहुत बदलाव आया है, लेकिन सोच अभी भी पूरी तरह से नहीं बदली है। लोग अभी भी सोचते हैं कि पिता की संपत्ति पर बेटों का पहला अधिकार है, जबकि भारत में बेटियों के पक्ष में कई कानून बनाए गए हैं। इसके बावजूद कई पुरानी परंपराएं आज भी समाज में मौजूद हैं। इस स्तर पर पिता की संपत्ति पर पहला अधिकार बेटे को दिया जाता है। बेटी की शादी के बाद वह अपने ससुर के पास जाती है, फिर कहा जाता है कि संपत्ति में उसका हिस्सा समाप्त हो गया है। भारत में संपत्ति के विभाजन के संबंध में कानून हैं, जिनके अनुसार न केवल बेटों बल्कि बेटियों को भी पिता की संपत्ति में समान अधिकार हैं