आपका मोबाइल भले ही आपके जीवन का हिस्सा बन चुका हो लेकिन यह आपके घर के नौनिहाल को गूंगा बन रहा है बाल रोग विभाग की मनोचिकित्सक ने बताया कि मोबाइल से खेलने वाले बच्चों में बोलने की क्षमता घट रही है साथ ही बच्चो बच्चों को काफी समय लग जाता है बोलने में साथी उनका कहना यह भी है कि 2 साल से कम उम्र के बच्चों को मोबाइल देखने को भी नहीं देना चाहिए और जब वह 2 साल या 2 साल के ऊपर हो जाए तो उसे 10 से 15 मिनट तक ही मोबाइल देखने को देना चाहिए