चन्दौली जनपद के धानापुर पुलिस को मिली बड़ी सफलता,सर्विलान्स टीम की मदद से धानापुर थाना पुलिस ने की कारवाई 118100/-रुपये के नकली नोटों के साथ दो अभियुक्त दबोचे,लंबे समय से दोनों शातिर कर रहे थे नकली नोटों का धंधा 20 हजार रुपये में खरीदते थे एक लाख रुपये के नकली नोट,एक लाख के नकली नोट बाजार में खपाने पर मिलते थे 25 हजार चन्दौली। नकली नोटों से देश की अर्थव्यवस्था को चपत लगा रहे शातिरों के नेटवर्क पर पुलिस ने बड़ा हमला किया है। चन्दौली जनपद के धानापुर पुलिस ने सर्विलान्स टीम की मदद से दो शातिर अभियुक्तों को 118100/- रूपये के जाली करेंसी नोट के साथ गिरफ्तार किया है। पकड़े गये दोनों शातिर लंबे समय से नकली नोटों को बाजारों में खपाने का काम कर रहे थे। पुलिस अब उनके पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी हुई है। प्रदेश सरकार की अपराध एवं अपराधियों के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति पर चलते हुए जनपद चंदौली पुलिस ने नकली करेंसी के नेटवर्क को ध्वस्त किया है। पुलिस अधीक्षक चन्दौली डा0 अनिल कुमार द्वारा अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही के निर्देश के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक विनय कुमार सिंह के कुशल पर्यवेक्षण में क्षेत्राधिकारी सकलडीहा रघुराज के कुशल नेतृत्व में थानाध्यक्ष धानापुर प्रशान्त कुमार सिंह ने मुखबिर की सूचना पर आवाजापुर नहर पुलिया के पास मोटरसाईकिल के साथ खड़े दो व्यक्तियों को घेरकर पकड़ लिया। 118100/-रुपये के नकली नोट बरामद पकड़े गये व्यक्तियों से उनका नाम पता पूछा गया तो पहले ने अपना नाम पता 1.अमरेश पाठक पुत्र शिवमूरत पाठक निवासी ग्राम बथावर थाना सकलडीहा जनपद चन्दौली उम्र करीब 28 वर्ष तथा दूसरे ने अपना नाम पता 2.अरविन्द यादव पुत्र महेन्द्र यादव निवासी ग्राम कैलावर थाना बलुआ जनपद चन्दौली उम्र करीब 32 वर्ष बताया। पकड़े गये व्यक्तियों की तलाशी ली गयी तो अमरेश पाठक उपरोक्त के पास से कुल 98900 रूपये (जाली) नोट व दो अदद मोबाईल व एक वाईफाई राऊटर बरामद हुआ तथा दूसरे व्यक्ति अरविन्द यादव के पास से कुल 19200 रूपये जाली नोट तथा एक अदद मोबाईल बरामद हुआ। किसी भी नोट पर RBI लिखी तार मौजूद नहीं बरामद नकली नोटों को देखा गया तो किसी भी नोट पर RBI लिखी तार मौजूद नही है। इस प्रकार दोनों व्यक्तियों से मौके पर कुल 118100/- रूपये जाली नोट बरामद हुआ। पूछताछ में बाताया कि कुछ स्थानीय परिचित दोस्त इस धन्धे में संलिप्त हैं जिनसे हम लोग बीस हजार असली रूपये से एक लाख जाली रूपये मंगाता हूं और पच्चीस हजार रूपये में एक लाख रूपये का जाली नोट बाजार में ग्राहक के माध्यम से खपाता हूं। और जो भी लाभ होता है हम लोग उसे एक निश्चित अनुपात में बांट लेते हैं। ताकि न पकड़ सके कोई नेटवर्क शातिरों ने बताया कि हमें कोई पकड़ न ले इसलिये वाईफाई राऊटर साथ में लिये रहते हैं जिसके कारण सिर्फ इन्टरनेट के माध्यम से आपस में व्हाट्सअप काल पर बात करते हैं। आज भी एक ग्राहक हम लोगों से यहां जाली करेंसी नोट खरीदने के लिये आने वाला था कि उससे पहले पकड़ लियें गये। अपने पास पांच सौ रूपये , दो सौ रूपये और सौ रूपये के जाली करेंसी नोट रखता हूं जिसे नमूना के तौर पर पहले ग्राहक को दिखाता हूं और ग्राहक जो पसन्द करता है उस जाली नोट की करेंसी अपने दोस्तों के माध्यम से लाकर चन्दौली जिले में बेचता हूं। कभी कभी हम इस नोट को बाजार में किसी भी छोटे व नासमझ दुकानदार को एक दो नोट देकर सामान खरीद लिया करते हैं जिसे कोई गौर नही करता हैं और हमारा काम चल जाता है।