वाराणसी में आज शास्त्रीय घाट पर ट्रांसजेंडर ने प्राइड के माध्यम से अपने उत्थान हेतु एकत्रित होकर अपनी हक हुकुब के लिए आवाज को उठाया इस मौके पर वाराणसी के अलग अलग जगहों से किन्नरों ने एकत्रित होकर अपने साथ हो रहे भेद भाव व सरकार द्वारा अनन्य सुभिधाओ को अपने समाज मे लाभ लेने की बात कही तो इसके साथ ही मंच से ट्रांसजेंडर व्यक्तियों की पहचान को मान्यता और उन्हें स्वय के कथित लिंग की पहचान का अधिकार प्रदान करने व अपने माता पिता और परिवार के नजदीकी सदस्यों के साथ रहने का प्रावधान सामाजिक शिक्षा सुरक्षा व स्वास्थ्य जैसी मुद्दों पर चर्चाएं की। बताते चले कि भारत मे 15 अप्रैल 2014 को सुप्रीम कोर्ट ने तीसरे लिंग को मान्यता दी, जो न तो पुरुष है न ही महिला यह कहते हुए की तीसरे लिंग रूप में ट्रांसजेंडर की मान्यता दी। आज के इस सभा मे मुख्य रूप से निहारिका पाण्डेय, ट्रांसजेंडर, सलमा, सुप्रिया किन्नर (तेलियान पिंकी नाईक डेरा), शहनाज किन्नर व अन्य उपस्थित रहे