।। उधारी के डॉक्टर से चल रहा है पशु अस्पताल।। कप्तानगंज ब्लाक परिसर में स्थित पशु चिकित्सालय में पशु चिकित्सक तैनात नही होने के कारण उधारी कि चिकित्सक से कम चलाया जा रहा है । जिससे क्षेत्र के पशु पालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिसके कारण इनमें गहरा आक्रोश व्याप्त है। कप्तानगंज ब्लाक परिसर में स्थित पशु चिकित्सालय विगत छः माह से पशु चिकित्सक विहीन बना हुआ है।जिसके कारण क्षेत्र के पशु पालकों को अपने पशुओं के इलाज के लिए दर दर की ठोकरे खानी पड़ रही है। इलाज के अभाव मे पशु व इनके पालकों परेशान है। छः माह पूर्व यहां तैनात तहसील स्तरीय पशु चिकित्सक उज्ज्वल खरवार का स्थानांतरण होने के कारण तब से यह स्थान रिक्त बना हुआ है। क्षेत्र के पशुओं के इलाज की जिम्मेदारी बोदरवार में तैनात पशु चिकित्सक को सौंपी गई है जिनके जिम्मे तीन और केंद्रों की जिम्मेदारी होने के कारण उक्त कप्तानगंज में सही रूप से अस्पताल संचालित नहीं हो पा रहा है। जबकि नगर में ही कान्हा निराश्रित पशु केन्द्र भी है। जहां शासन की मंशा अनुसार तीस से अधिक पशुओं को रखा गया है।इनके इलाज की जिम्मेदारी भी उक्त चिकित्सक के कंधे पर टिकी हुई है। कप्तानगंज पशु चिकित्सालय का जायजा सोमवार को 12 बजे जागरण ने लिया तो अस्पताल तो खुला था मगर कोई कर्मचारी मौजूद नही था । यहां तैनात फार्मासिस्ट उमाशंकर त्रिपाठी कान्हा गौशाला में पशुओं के इलाज के लिए गए हुए थे डॉक्टर की कुर्सी खाली थी। पशुपालक डॉक्टर के इंतजार में बैठे हुए थे । अस्पताल में अपने पशु का इलाज कराने आए मिश्रौली गांव के चंद्रभान, चिलवान गांव के मोहन, कप्तानगंज उत्तर मोहल्ला की आसमा पत्नी स्वर्गीय अफजल व उम्मत पत्नी जुबैद ने बताया कि डॉक्टर साहब के इंतजार में हम लोग दो घन्टे से बैठे हैं। अस्पताल में डॉक्टर साहब का स्थानांतरण हो गया है वहीं फार्मासिस्ट उमाशंकर त्रिपाठी की तैनाती है। फार्मासिस्ट उमाशंकर त्रिपाठी कान्हा गौशाला में पशुओं के इलाज के लिए गए हुए है । फार्मासिस्ट उमाशंकर त्रिपाठी ने बताया कि बोदरवार में तैनात डॉक्टर इशांत को यहां की जिम्मेदारी सौंप गई है मगर उनके पास कप्तानगंज बोदरवार और मथौली का चार्ज होने के कारण काफी दिक्कतें होती हैं।