लखीमपुर खीरी ढाई लाख मैट्रिक टन का लक्ष्य लेकिन 3 अक्टूबर से शुरू हुई धान खरीद का सफर अभी आधे रास्ते भी नहीं पहुंचा है एक तरफ अड्डे जहां दिन भर गुलजार रही है सरकारी केंद्र पर सन्नाटा पसरा रहता है इसके बावजूद शाम होते-होते हर केंद्र अच्छी धान खरीद होने का दावा करता है ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर शाम को अचानक खरीद कैसे हो जाती है।