मिट्टी की खुशबू कहें या फूलों से प्यार, मगर जो भी हो पर है लाजवाब। 38 सूर्यभान में पौधगिरी का ऐसा जुनून है कि दो ढिसमील भूमि स्थित के झोपड़ी प्रांगण में पचास नही डेढ सौ विभिन्न फूलो के पौधे लगाकर फूलवारी बना डाला। नजारा ऐसा कि चारों ओर हरियाली व रंग बिरंगे फूल देखकर हर कोई दंग रह जाए। हम बात कर रहे हैं कि नेबुआ नौरंगिया ब्लाक के लक्ष्मीपुर निवासी सूरजभान की। पौधों से लगाव इस कद्र है कि शायद की घर का कोई ऐसा हिस्सा हो जहां पौधे न हो। वो भी हाईब्रीड से लेकर चार प्रकार का गेंदा का फूल, 4 प्रकार का अड़हुल, हरसिंगार, 2 प्रकार का तुलसी, मंडुवा,जटाशंकर का फूल,मनी प्लांट, डेलिया, डैनथस, पिटूनिया, पैंजी, एंट्रमन, रैनाकुलस से लेकर सालविया की अलग-अलग किस्म यहां मौजूद हैं। कहीं भी अगर उनका जिक्र हो जाए तो कोई उनके घर आने से नहीं रुकता बल्कि पौधगिरी के जुनून को देखकर जागरूक होते हैं। यहीं कारण है कि रिश्तेदार हो या चाहे जान पहचान के लोग हर कोई उनके घर आते ही पौधों की महत्वता का अंदाजा लगा लेता है।