अंग्रेजी हुकूमत के लोग् भारतीय प्रोफेसर्स को यूरोपीय प्रोफेसर्स की तुलना में हीन समझते थे और इसीलिए उनको दो तिहाई वेतन दिया जाता था । इससे नाराज होकर जगदीश चंद्र बोस ने साल भर तक वेतन लेने से इनकार कर दिया ।