जिला सूचना अधिकारी ने अभिनीत को मंगलवार को जिला सूचना कार्यालय में सम्मानित करते हुए उनकी उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि आप युवाओं को कुछ अलग करने के लिए प्रेरणाश्रोत है। अभिनीत ने हॉल ही यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस को फतेह करके देश, प्रदेश और जिले का नाम रोशन किया है, इसके पहले देश की कई चोटियों पर भारतीय ध्वज फहरा चुके हैं। माउंट एलब्रुस पर पर्वतारोही अभिनीत ने सतहत्तर वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में सतहत्तर फीट का तिरंगा फहराकर विश्व रिकॉर्ड बनाया है। ये एक बहुत बड़ी उपलब्धि है हम सभी के लिए। अभिनीत एक ग्रामीण पृष्ठभूमि से आकर इतना बड़ा मुकाम हासिल किया है, इसके लिए उन्हें बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूं साथ ही अपने जीवन में बढ़ी से बढ़ी उपलब्धि हासिल करे यही मेरा आशिर्वाद और शुभकामनाएं है। इसके पहले अभिनीत केदारकठा ट्रेक पीक पर चढ़ाई करने के दौरान इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा चुके हैं। इतनी छोटी सी उम्र में अभिनीत ने बहुत सी उपलब्धियां हासिल करके देश, प्रदेश और जिले का नाम विश्व स्तर पर रोशन कर चुके हैं। अभिनीत ने युवाओं को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने का काम कर रहे हैं, हम सभी को पर्यावरण मिलकर के बचाना है इसलिए हम ये आज से प्रण लें कि अपने जन्मदिवस पर एक वृक्ष अवश्य लगाएं जिससे पर्यावरण संरक्षण में अपनी भूमिका निभाएं और आने वाला भविष्य को शुद्ध वातावरण मिल सकें। अभिनीत ने बताया कि जब वो फाइनल चढ़ाई करने के लिए जा रहे थे तो उन्हें लगभग माइनस पच्चीस डिग्री सेल्सियस तक के तापमान था, हड्डियों को गला देने वाला यह तापमान फिर भी पर्वतारोही अभिनीत को एक ही जिद और जुनून था बस माउंट एलब्रुस की चोटी पर देश की आन - बान - शान तिरंगा को किसी भी हालत में फहराना है। माउंट एलब्रुस की चोटी पर पर्वतारोही अभिनीत ने राष्ट्रगान भी गाया । पर्वतारोही अभिनीत अपने अगले मिशन के लिए तैयारी कर रहे हैं। वो जल्द ही किसी अन्य चोटी पर चढ़ाई करके देश का तिरंगा फहराएंगे।