उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से आराधना सिंह उत्तरप्रदेश मोबाइल वाणी के माध्यम से बाल यौन शोषण के बारे में जानकारी देते हुए कहती हैं कि 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के साथ प्रताड़ना और शोषण को बाल शोषण कहा गया है । उन्होंने बताया कि आज देखा गया है कि शहरों में कम उम्र के बच्चों को अपने घरों के कामों के लिए रखते हैं। जिस उम्र में बच्चों को खेलने या पढ़ने लगन होनी चाहिए। उस उम्र में बच्चे काम करते हैं। उन्होंने कहा कि इन गलतियों की सजा माँ बाप को देनी चाहिए