उत्तराखंड राज्य शिक्षा विभाग द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों से पता चला है कि स्वीकृत प्रिंसिपल पदों में से 67 प्रतिशत से अधिक पद खाली पड़े हैं.रिपोर्ट के मुताबिक, हाल के वर्षों में पदोन्नति की कमी के कारण माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा स्वीकृत ये पद खाली हैं.बताया गया है कि प्रिंसिपल पद पर नियुक्ति केवल प्रमोशन के जरिये ही हो सकती है और पिछले चार सालों में ऐसा नहीं हुआ है, जिसके कारण सरकारी स्कूलों में प्रिंसिपल के बहुत सारे पद खाली हैं.अखबार ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के हवाले से कहा कि ‘यह मामला फिलहाल अदालत में विचाराधीन है.इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

देश के दक्षिणी प्रायद्वीप में जून 2023 में केवल 88 मिलीमीटर बारिश हुई, जो 1901 से लेकर अब तक के मौसमी इतिहास में सबसे कम रही। इससे पहले 1976 में 90.7 मिमी बारिश हुई थी।यह जानकारी 4 जुलाई 2023 को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जून माह की क्लाइमेट समरी में दी गई है।आईएमडी के मुताबिक पूरे देश में दीर्घकालिक अवधि के औसत के मुकाबले लगभग 10 प्रतिशत कम बारिश हुई है।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

बालासोर रेल हादसे में मारे गए करीब 50 लोगों की पहचान अब तक नहीं की जा सकी और उनके शव अब भी भुवनेश्वर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में रखे हुए हैं। इस बीच, भुवनेश्वर नगरनिगम (बीएमसी) ने दो पीड़ितों के अवशेषों का यहां सत्य नगर श्मशान भूमि में अंतिम संस्कार कर दिया है।एक अधिकारी ने बताया कि एम्स, भुवनेश्वर में हादसे में मारे गए 81 लोगों के शव रखे गए थे जिनमें से 29 शवों की पहचान डीएनए जांच के जरिये की गई।खबर को पूरा सुनने के लिए ऑडियो लिंक पर क्लिक करें.

भारत में लगातार कोविड-19 के सक्रिय मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। कल यानी 02 जुलाई 2023 को सक्रिय मामलों की संख्या 1,490 के आसपास बनी हुई थी । 01 जुलाई 2023 की सुबह आठ बजे केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में सक्रिय मामलों की संख्या 1,513 थी, जबकि 30 जून को इनकी संख्या 1,533 दर्ज की गई थी।

मॉनसून के असामान्य वितरण और बिपरजॉय चक्रवात ने खरीफ की फसलों पर खासा असर डाला है। एक ओर जहां खरीफ सीजन की मुख्य फसल धान के रकबे में 26 फीसदी कमी आई है, वहीं राजस्थान में बाजरे के रकबे में लगभग दोगुना बढ़ोतरी हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि राजस्थान में जून महीने में हुई 188 फीसदी अधिक बारिश ने किसानों को काफी फायदा पहुंचाया है। हालात यह हैं कि अगर राजस्थान में बंपर बुआई न होती तो देश में खरीफ की बुआई का कुल आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले काफी कम रह सकता था।खबर को पूरा सुनने के लिए ऑडियो लिंक पर क्लिक करें.

टमाटर की कीमतों ने पूरे देश में हाहाकार मचा रखा है। उपभोक्ता मामले विभाग के प्राइस मॉनिटरिंग डिवीजन के मुताबिक टमाटर की अधिकतम खुदरा कीमतें 122 रुपए किलो तक पहुंच गईं, जबकि किसान प्राइवेट ट्रेडर्स को घाटे में टमाटर बेचने को मजबूर हैं। इस सीजन में भी टमाटर किसान लागत न निकाल पाने वाली दर पर अधिकतम 10 रुपए थोकभाव में प्राइवेट ट्रेडर्स को बेचने को मजबूर हुए हैं।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर। 

भारत में लगातार कोविड-19 के सक्रिय मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। आज सक्रिय मामलों की संख्या 1,549 के आसपास बनी हुई है।स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में 47 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 77 लोग कोविड-19 से उबरे हैं। पिछले 24 घंटों में महामारी से किसी की मौत नहीं हुई है। देश में कोविड-19 से मरने वालों का आंकड़ा 531,905 पर पहुंच गया है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर। 

बेशक बिहार में मॉनसून पहुंच चुका है, लेकिन अभी भी राज्य में सूखे जैसे हालत बन गए हैं। 28 जून 2023 तक के बारिश के आंकड़े बताते हैं कि राज्य में सामान्य से 74 फीसदी कम बारिश हुई है। यह स्थिति तब है, जबकि पिछले 24 घंटों के दौरान कई जिलों में बहुत अधिक बारिश हुई है।ज़्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें।

एक नए अध्ययन से पता चला है कि जंगली खाद्य पदार्थ भारत में महिलाओं, विशेषकर आदिवासियों की आहार विविधता में अहम भूमिका निभाते हैं और खाद्य तथा पोषण सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। इससे आदिवासी महिलाओं में कुपोषण पर अंकुश लगाने के प्रयासों को गति मिल सकती है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर। 

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून के अगले दो दिनों के दौरान गुजरात, राजस्थान के कुछ और हिस्सों, हरियाणा तथा पंजाब के बचे हुए हिस्सों में दस्तक देने की संभावना है।वहीं मौसम विभाग ने बताया कि, उत्तरी छत्तीसगढ़ और उसके आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।