सिवान: स्वास्थ्य विभाग की स्वास्थ्य सेवाओं को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। नवजात शिशु मृत्यु दर में कमी लाना सरकार की प्राथमिकताओं में शुमार है। ऐसे में जिले में स्वास्थ्य विभाग के गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसके तहत आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर जन्म के बाद 42 दिनों तक नवजात शिशुओं की देखभाल करती हैं । अगर किसी शिशु को स्वास्थ्य संबंधित समस्या होती है तो उसे स्वास्थ्य केंद्र में रेफर करती हैं । ऐसे में गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल (एचबीएनसी) कार्यक्रम को सुदृढ़ करने के लिए शिशु स्वास्थ्य के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. विजय प्रकाश राय ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि समीक्षा के दौरान कई जिलों में एचबीएनसी कार्यक्रम को लक्ष्य के अनुरूप नहीं किया गया है। इससे नवजात एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में कठिनाई होगी। जिसे सुदृढ़ करने की आवश्यकता है।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें