सिवान: दरौली विधानसभा क्षेत्र के सोहागरा स्थित प्रसिद्ध बाबा हंसनाथ मंदिर पर सावन के पहली सोमवारी को जलाभिषेक करने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। जिससे मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी रही। मंदिर में इतनी भीड़ रही कि लोग एक दूसरे से धक्का-मुक्की करते हुए भगवान भोलेनाथ पर जल अर्पण किया। वहीं कई लोगों तो भीड़ के कारण जल मंदिर के बाहर चढ़ाकर चले गए। इस मंदिर की मान्यता को लेकर पुजारियों ने बताया कि यह मंदिर द्वापर युग का है। मंदिर में स्थापित विशाल शिवलिंग अपने आप प्रकट हुआ है। जिसकी राक्षसराज वाणासुर की पुत्री उषा ने पूजा अर्चना की तो फलस्वरूप उसकी शादी भगवान श्रीकृष्ण के पौत्र अनिरुद्ध के साथ हुई। रावण का मित्र बाणासुर हज़ार भुजाओं वाले असुर राजा थे। जो भगवान शिव का भक्त था। वही मंदिर निर्माण की बात कहे तो बताया जाता है, कालांतर में काशी नरेश राजा हंस ध्वज ने संतान उत्पत्ति के लिए यहां आकर मन्नत मांगी थी और उनकी मुराद पूरी हो गई। इसके बाद राजा हंसनाथ ने इस विशाल मंदिर का निर्माण कराया तबसे मंदिर का नाम बाबा हंस नाथ हो गया और मंदिर संतानहीन दंपत्तियों व कुंवारियों के पूजा का केंद्र बन गया।पूरी जानकारी के लिए लिंक को अभी क्लिक करें।