बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से महिला भूमि अधिकार पर विचार साझा किया। महिलाओं ने नाम जमीन करना पर्याप्त नही होता है।कई पुरुष अपनी पत्नी के नाम जमीन रजिस्ट्री करवाते हैं। मगर पत्नी कोई निर्णय नही ले पाती है। बस नाम के लिए जमीन की मालकिन होती है।महिलाओं को अपने जमीन सम्बंधित निर्णय निर्भीक होकर स्वयं लेना चाहिए।