उत्तरप्रदेश राज्य के वाराणसी जिला से सुरेश कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि जहां तक पानी की समस्या जो पूरी दुनिया में एक साथ बढ़ रही है इसको देखते हुए बड़े फैसले लेने की जरूरत है। कल तक, पानी के जो स्रोत थे कुएँ, तालाब, नदियाँ थीं जो प्राकृतिक रूप से हमे पानी देते थे।लेकिन अब जब बारिश ठीक से नहीं हो रही है तो पानी का संकट भी गहरा हो रहा है। तेजी से हो रहे शहरीकरण के कारण कुएं और तालाब भर रहे हैं, जिससे भूजल स्तर लगातार गिर रहा है, ऐसी स्थिति में जहां लोगों को कल तक जहां पचास फीट में ही स्वच्छ पेयजल मिलता था। अब लोगों को तीन सौ पच्चीस से सौ फीट अंदर जाकर पीने का पानी मिल रहा है, इसलिए अब ऐसा नियम बनाने की जरूरत है कि लोग अपने घरों में समरसेबल पंप लगा रहे हैं, जिससे पानी की भारी बर्बादी हो रही है।