केरल के डॉ. सीब्बी गोपीनाथ ने कहा कि मिर्गी के इलाज में सर्जरी जरूरी नहीं होती। दवाओं से जब दौरे को नियंत्रित करने में सफलता नहीं मिलती तब सर्जरी प्रभावी होती है। बीएचयू के केएन उडुप्पा सभागार में चार दिवसीय आईएएस समर कैंप के अंतिम दिन मिर्गी सर्जरी पर प्रजेंटेशन दे रहे थे। डॉ. माला भास्कर रॉय ने कहा कि मिर्गी मरीजों को अकेले सड़क पार करने, तैराकी, आग के पास जाने और ड्राइविंग करने से बचना चाहिए। समापन सत्र में देशभर से आए करीब 50 चिकित्सकों ने ग्रामीण क्षेत्रों में मिर्गी को लेकर जागरूकता कार्यक्रम को तेज करने का संकल्प लिया। स्वागत बीएचयू न्यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. विजयनाथ मिश्र ने किया। इस दौरान डॉ. वैशाक आनंद, डॉ. विश्वरूप चक्रवर्ती, डॉ. पी. सतीश चंद्र, डॉ. विनययन, डॉ. अशोक पिल्लई डॉ. मुथिकानी ने सामूहिक चर्चा की। इस दौरान डॉ. नीतू धीमन, दामिनी शुक्ला, सुषमा, नेहा श्रीवास्तव आदि थीं।