आज दिव्यंगता श्राराप नहीं है। बल्कि दिव्यांग बच्चों को हुनर के लिए प्रेरित किया जा रहा है। और उनको रोजगार से जोड़ रही है। इसके लिए वाराणसी में संस्था किरन सोसायटी के कर्मचारियों ने बताया कि हम दिव्यांग बच्चों को हुनर सीखते हैं। और उनको जीने की नई राह बताते हैं। तो ऐसे ही हमारे समिति के दिव्यांग बच्चों ने वाराणसी के बीएचयू में प्रदर्शनी लगाई है। और अपने हाथों के द्वारा बनाए गए सामग्रियों को स्टॉल पर लगाया है। इस दौरान धर्मराज ने बताया कि बच्चों ने कुछ पजल्स गेम्स, रंग पजल ,सेव पजल्स बनाए हैं। इसके साथ ही बच्चों ने सिलाई से संबंधित सामग्रिया बनाई है। और बच्चों के द्वारा कई प्रकार के खिलौने बनाए गए हैं। जिसमें कई खिलौने काफी आकर्षक है। और कुछ खाने की खाद्य सामग्री बनाई गई है जिसमें पिकल्स सभी प्रकार के जेम्स और ब्रेकरी आइटम भी बनाया है। इसके साथ हम वोकेशनल ट्रेनिंग विभाग से दिलाते हैं। जिससे इन बच्चों का आईक्यू लेवल भी बढ़ता है उन्होंने बताया कि हमारी संस्था में 700 बच्चे है। जिनको अलग-अलग तरीके से प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके साथ ही लकड़ी के कार्पेंटिंग ट्रेनिंग बच्चों को दिया जाता जाता है। बताया कि बच्चों को हम 2 साल ट्रेनिंग देते हैं। और उनको इतना सिखा देते हैं, कि बच्चे अपनी आजीविका का साधन खुद से तय कर सके।