युवाओं को हथकरघा के साथ जोड़कर प्रशिक्षित किया जाएगा प्रशिक्षण के दौरान उन्हें पांच प्रकार डिजाइन के बारे में बताया जाता है। और कई डिजाइनर जो लुप्त हो चुकी है,उन सभी डिजाइनों के बारे में भी जानकारियां दी जाती है। जो बच्चे प्रशिक्षण लेते हैं,वो बच्चे प्रशिक्षण देने का काम भी करते हैं। इस दौरान सर्वेश कुमार ने बताया कि हथकरघा से संबंधित डिजाइन खत्म न हो इसके लिए हम लोग बच्चों को प्रशिक्षण देते हैं। और ऑनलाइन की गड़बड़ियों को बताया कहां की हथकरघा में ऑनलाइन की जरूरत ही नहीं है। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन होने से रोजगार काम हो रहा है। और बताया कि एक साड़ी बनाने में काम से कम पांच लोगों की जरूरत होती है। लेकिन ऑनलाइन हो जाने से रोजगार की कम हो रहै है। उन्होंने बताया कि होलसेल का व्यापार खराब होती जा रही है, तो वहीं रिटेल व्यापारियों का काम तेजी चल रहा है। और ऑनलाइन की गड़बड़ियों को बताते काश्याम की परिभाषा बताई हथकरघा को काशी की प्रसिद्ध हथकरघा को काशी की प्रसिद्ध कला बताई