राज्य अध्यापक पुरस्कार में वाराणसी के मालवीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य चंद्रमणि सिंह को भी यह पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। लगभग 37 क्राइटेरिया के मानकों को पार करने के उपरांत यह पुरस्कार दिया जाता है। इसके लिए विद्यालय में उनके द्वारा कराए गए कार्यों और स्कूल के रिजल्ट, बच्चो की उपस्थिति विद्यालय की साफसफाई व पर्यावरण भी आधार बनाया जाता है। पुरस्कार के लिए नामित होने वाले प्रिंसिपल डॉक्टर चंद्रमणि सिंह ने बात करते हुए बताया कि कुल 37 बिंदुओं पर हम लोगों से ऑनलाइन मांगा जाता है। और हम लोग इन 37 बिंदुओं को पूरा करते है। उन्होंने बताया कि इसके तहत 15 साल का अनुभव हुआ 3 साल तक लगातार 90% रिजल्ट का होना अनिवार्य है। वही व्यक्ति इस पुरस्कार के लिए नॉमिनेशन भर सकता है। सभी बिंदुओं को भरने के बाद चार स्तर पर इसके इंटरव्यू किया जाता है। प्रथम स्तर पर जिला अधिकारी की अध्यक्षता में इंटरव्यू होता है। उसके बाद मंडला आयुक्त की अध्यक्षता में इंटरव्यू होता है,जिसमें संयुक्त शिक्षा निदेशक भी रहते हैं। उसके बाद निर्देशक की अध्यक्षता में तीसरा और प्रमुख सचिव शिक्षा के अध्यक्ष में चौथा व अंतिम इंटरव्यू किया जाता है। उसके बाद नाम की घोषणा होती है। इसकी साथ उन्होंने विद्यालय की सुविधाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हमारे विद्यालय में पूरे सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। और सारे बिजली की व्यवस्थाओं का उपयोग हम लोग सोलर लाइट के जरिए करते हैं बिजली का कोई बिल हमारे यहां से जमा नहीं होता इसके साथ ही स्कूल के विद्यालय का परिसर भी हरा भरा रखा गया है। यहां तमाम तरह के फूल भी लगाए गए हैं। जो बच्चों द्वारा तोड़े नहीं जाते इसके साथ ही उन्होंने लाइव आधुनिकरण की बात भी बताई और कहा कि लाइव को पूरी तरह से संगमरमर पत्थर लगाकर तैयार कराया गया है और स्पीड की जगह हम लोग गैस का प्रयोग करते हैं ।